जीवन एक यात्रा है, जो अनिश्चितता और अनुमान से भरा होता है। हर पल हमेंआभार दे सकता है लेकिन साथ ही यह हमें डर भी देता है, खासकर मृत्यु के बारे में।
हम सब अस्तित्व में हैं और इस अनिवार्य सत्य को स्वीकार करना हमेशा आसान नहीं होता। मृत्यु का डर, वह एक छाया, जो हमारे मनोविज्ञान में गहराई तक छुपा more info हुआ है। यह हमें अंदर से भयभीत करता है और हमेशा ही हमारी सोच में अराजकता लाता है।
मृत्यु का डर, वह एक ऐसा भावना , जो हमें अपने जीवन के अर्थ को समझने और उसकी गरिमा का एहसास कराने में मदद करता है। यह हमें उन संबंधों का महत्व सिखाता है, जो हमें इस सफ़र में साथ देते हैं। मृत्यु का डर, वह एक ऐसाविरोधाभास , जो हमें अपने अस्तित्व और इसके अर्थ को समझने के लिए प्रेरित करता है।
अनन्तका सफ़र : मरण कवियों
हर आत्मा एक दिन इस दुनिया से रवाना होती है। मौत हमें सबको समान रूप से पहुंचती है। यहां कुछ तो बस यादों की अनगिनत
काफी भरोसा मिलता है।
पद्यांश हमें यह दौड़ के बारे में कुछ जानकारी देती है।
मृत्यु एक रहस्य है जिसे हम सबको पता होना चाहिए होगा।
- उन दिनों में
- मैं सोचता हूँ
- मौत एक एक परिणाम
मौत के गीत: जीवन और विदाई
जीवन यादों का खेल| एक अनोखा रस है, जो प्रत्येक क्षण शानदार बनाता है। परन्तु इस सफर का एक परिणाम है, और इस अंतिम अवस्था को हम आत्मा की यात्रा मानते हैं. मौत के गीत, जीवन और विदाई का एक अद्वितीय वर्णन है, जो हमें जीवन का महत्व सिखाता है.
यह गीत हमारे आत्मा के आवाज़ को उभरने देकर हमें दिखाते हैं कि जीवन और मृत्यु दोनों ही जीवन के दो पहलू हैं.
अंतिम साँसें की कविता
ज़िंदगी एक यात्रा है, जिसका अंत तो मौत ही होता है। मौत को भय की आँखों से नहीं, बल्कि आत्मसात करना चाहिए। शायरी इस अंतिम साँस में भी भावनाओं की उड़ान ढूंढती है, जो हमें अलौकिक विश्व बताती है।
- रुमान कभी मिटता नहीं, मौत एक नया रूप देता है।
- परेशानियाँ भी शायरी में मिलती हैं, जो हमें धैर्य देती हैं।
- मौत शायरी हमें याद दिलाती है कि ज़िंदगी अस्थायी है, प्रेम ही स्थायी है।
अंतिम यात्रा, कला का प्रवाह: मृतक की कविता
ज़िन्दगी एक धुंधला सफ़र, और मौत उसका अंत नहीं है. बढ़ती उम्र से बने ये कविताएँ, हमें बताती हैं कि हम अपनी जान का मालिक नहीं.
मरते हुए भी खुश रहना चाहिए.
मौन के शब्द: विदाई मृत्यु कविता
जब जीवन रेखा का सफर खत्म हो जाता है, तो शब्दों में संकट होता है। विदाई की शक्ल के सामने, जो बोलता नही पाता है वह अचेतन हो जाता है ।
यह मौन ही वो वार्तालाप होती है जो भावनाओं को बताता है। विदाई देने वाला के लिए एक अंतिम नज़ारा, एक अलविदा का संकेत ।
- हृदय में वो धड़कन जो खामोशी से भी ज़्यादा भारी होती है।
- विदाई का मौका जब शब्दों में अभाव होता है, तो चुप्पी ही वो प्राण को बताती है।
- मौत एक अंतिम संस्कार यात्रा होती है, जहाँ मौन ही वो शब्दावली होती है जो भावनाओं को स्पष्ट करता है।
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